गौमाता_व_भैंस_में_अंतर
Tuesday, 31 August 2021
Friday, 3 January 2014
क्या हम शाकाहारी है ??
शाकाहारी |
गाय का कतल होने के बाद मांस उत्पन्न होता है और मांसाहारी लोग उसे भरपूर खाते है | भारत के 20% लोग मांसाहारी है जो रोज मांस खाते है और सब तरह का मांस खाते है | मांस के इलावा दूसरी जो चीज प्राप्त की जाती है वो है तेल ! उसे tellow कहते है जैसे गाय के मांस से जो तेल निकलता है उसे beef tellow और सूअर की मांस से जो तेल निकलता है उसे pork tellow कहते है |
Saturday, 20 July 2013
बिच्छू काटने का इलाज
बिच्छू काटने का इलाज |
आज में दोस्तों आज
आपको बिच्छू काटने पर क्या करना चाहिए वो बताऊंगा। बिच्छू काटने पर बहुत दर्द होता
है जिसको बिच्छू काटता है उसके सिवा और कोई जान नही सकता कितना भयंकर कष्ट होता है। तो
बिच्छू काटने पर एक दावा है उसका नाम है Silicea
200 इसका लिकुइड 5 ml घर में रखे । बिच्छू काटने पर इस दावा को जिव पर एक एक ड्रोप 10-10 मिनट अंतर पर तिन बार देना है । बिच्छू जब काटता है तो उसका जो डंक है न उसको अन्दर छोड़ देता है वोही दर्द करता है । इस डंक को बाहर निकलना आसान काम नही है, डॉक्टर के पास जायेंगे वो काट करेगा चीरा लगायेगा फिर खिंच के निकालेगा
उसमे उसमे ब्लीडिंग भी होगी तकलीफ भी होगी ।
Sunday, 23 June 2013
माइक्रोवेव ओवन से होने वाली हानी
माइक्रोवेव ओवन |
माइक्रोवेव ओवन
से हमारे शरीर को होने वाली हानी के बारे
में दोस्तों आज में आप को बताऊंगा गा
मानव शरीर कि प्रकृति विद्युत रासायनिक है । कोई भी शक्ति
जो मनुष्य के विद्युत रासायनिक व्यवस्था को बाधित करता है वो शरीर के शरीरक्रिया व्यवस्था को भी प्रभावित करेगा ।
सूक्ष्मतरंग चूल्हा, या माइक्रोवेव ओवन (60 to 90 GHz) एक रसोईघर उपकरण है जो कि खाना पकाने और खाने को गर्म करने के काम आता है। इस कार्य के लिये यह चूल्हा द्विविद्युतीय (dielectric) उष्मा का प्रयोग करता है। यह खाने के भीतर उपस्थित पानी और अन्य ध्रुवीय अणुओं को सूक्ष्मतरंग विकिरण का उपयोग करके गर्म करता है। मैग्नेट्रॉन इसका मुख्य अवयव है जो सूक्ष्मतरंगे पैदा करता है।
माइक्रोवेव ओवन का इतिहास :
माइक्रोवेव ओवन मूलतः नाजियों द्वारा अपने mobile support operations में उपयोग के लिए विकसित किया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद माइक्रोवेव ओवन पर जर्मनों द्वारा किया गया चिकित्सा अनुसंधान मित्र शक्ति के हात लगा। सोवियत संघ ने भी कुछ माइक्रोवेव ओवन निकाल लिया और उनके जैविक प्रभाव पर सबसे अधिक गहन शोध किया। और सोवियत संघ ने माइक्रोवेव ओवन की स्वास्थ्य के खतरों पर एक अंतरराष्ट्रीय (जैविक और पर्यावरण) चेतावनी जारी किया । अन्य पूर्वी यूरोपीय वैज्ञानिकों ने भी माइक्रोवेव विकिरण के हानिकारक प्रभावों की सूचना दी और इसके सख्त पर्यावरण सीमा निर्धारित किया। पर किसी अज्ञात कारणों से अमेरिका ने इसके हानिकारक प्रभावों के यूरोपीय रिपोर्टों को स्वीकार नहीं किया।
माइक्रोवेव ओवन के सूक्ष्मतरंग विकिरण भोजन को जेहरिला बना देता है –
उसमे कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों का गठन होता है :
सूक्ष्मतरंग चूल्हा, या माइक्रोवेव ओवन (60 to 90 GHz) एक रसोईघर उपकरण है जो कि खाना पकाने और खाने को गर्म करने के काम आता है। इस कार्य के लिये यह चूल्हा द्विविद्युतीय (dielectric) उष्मा का प्रयोग करता है। यह खाने के भीतर उपस्थित पानी और अन्य ध्रुवीय अणुओं को सूक्ष्मतरंग विकिरण का उपयोग करके गर्म करता है। मैग्नेट्रॉन इसका मुख्य अवयव है जो सूक्ष्मतरंगे पैदा करता है।
माइक्रोवेव ओवन का इतिहास :
माइक्रोवेव ओवन मूलतः नाजियों द्वारा अपने mobile support operations में उपयोग के लिए विकसित किया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद माइक्रोवेव ओवन पर जर्मनों द्वारा किया गया चिकित्सा अनुसंधान मित्र शक्ति के हात लगा। सोवियत संघ ने भी कुछ माइक्रोवेव ओवन निकाल लिया और उनके जैविक प्रभाव पर सबसे अधिक गहन शोध किया। और सोवियत संघ ने माइक्रोवेव ओवन की स्वास्थ्य के खतरों पर एक अंतरराष्ट्रीय (जैविक और पर्यावरण) चेतावनी जारी किया । अन्य पूर्वी यूरोपीय वैज्ञानिकों ने भी माइक्रोवेव विकिरण के हानिकारक प्रभावों की सूचना दी और इसके सख्त पर्यावरण सीमा निर्धारित किया। पर किसी अज्ञात कारणों से अमेरिका ने इसके हानिकारक प्रभावों के यूरोपीय रिपोर्टों को स्वीकार नहीं किया।
माइक्रोवेव ओवन के सूक्ष्मतरंग विकिरण भोजन को जेहरिला बना देता है –
उसमे कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों का गठन होता है :
Sunday, 9 June 2013
पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
पाथरी का आयुर्वेदिक इलाज |
दोस्तों सबसे पाहेले में आप को
ये बताना चाहता हु के पाथरी आयुर्वेद के हिसाब से होती किसे हे क्योंकि पथरी होने का मुख्य कारण आपके शरीर मे
अधिक मात्रा मे कैलशियम का होना है | मतलब जिनके
शरीर मे पथरी हुई है उनके शरीर मे जरुरत से अधिक मात्रा मे
कैलशियम है लेकिन वो शरीर मे पच नहीं रहा है वो अलग बात हे| इसलिए आप
चुना खाना बंद कर दीजिए|
जिसको भी शरीर मे पथरी है वो
चुना कभी ना खाएं ! (काफी लोग पान मे डाल कर खा जाते हैं
)
पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
खानबेद नाम का एक पौधा होता है ! उसे थरचट भी कुछ लोग बोलते है ! उसके त्तों को पानी मे उबाल कर काढ़ा बना ले ! मात्र 7 से 15 दिन मे पूरी थरी खत्म !! और कई बार तो इस से भी जल्दी खत्म हो जाती !!!
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