आयुर्वेद के अनुसार भोजन
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आयुर्वेद के आनुसार भोजन |
मित्रो आप आयुर्वेद के नियमो का पालण पूरी ईमानदारी से अपने भोजन मे
करे !!
आयुर्वेद के ये नियमो का पालण न करने से कई बीमारियाँ ज़िंदगी मे आती हैं !!
सुबह उठते ही आयुर्वेद के अनुसार सबसे
पहले हल्का गर्म पानी पिये !! 2 से 3 गिलास जो रोज पिये !
पानी हमेशा बैठ कर पिये ! पानी हमेशा घूट घूट करके पिये !!
घूट घूट कर इसलिए पीना है ! ताकि सुबह की जो मुंह की लार है इसमे ओषधिए गुण बहुत है ! ये लार पेट मे जानी चाहिए ! वो तभी
संभव है जब आप पानी बिलकुल घूट घूट कर मुंह मे घूमा कर पिएंगे !
इसके बाद दूसरा काम पेट साफ करने का है ! रोज पानी पीकर सुबह शोचालय जरूर जाये
! सुबह पानी शोचलाय जाने से पहले ही पीना है !
!पेट का सही ढंग से साफ न होना 108 बीमारियो की जड़ है !
आयुर्वेद के अनुसार भोजन खाने के तुरंत बाद पानी
पीना जहर पीने के बराबर है !
हमेशा डेड घंटे बाद ही पानी पीएं !
आयुर्वेद के अनुसार भोजन खाने के बाद अगर कुछ पी
सकते हैं उसमे तीन चीजे आती हैं !!
1) जूस
2) छाज (लस्सी) या दहीं !
3) दूध
सुबह भोजन खाने के बाद अगर कुछ पीना
है तो हमेशा जूस पिये !
दोपहर को दहीं खाये ! या लस्सी पिये ! और दूध हमेशा रात को पिये !!
इन तीनों के क्रम को कभी उल्टा पुलटा न करे !!
इसके इलावा भोजन खाने के तेल मे भूल कर भी refine
oil का प्रयोग मत करे !
अभी के अभी घर से निकाल दें ! सरसों के तेल का प्रयोग करे ! या देशी गाय के
दूध का शुद्ध घी खाएं .शुद्ध
सरसों के तेल की पहचान है मुंह पर लगाते ही एक दम जलेगा ! और खाना बनाते समय
आंखो मे हल्की जलन होगी !
चीनी का प्रयोग तुरंत बंद कर दीजिये ! आयुर्वेद के अनुसार गुड खाना का प्रयोग करे ! या शक्कर खाये!!
हमारे आयुर्वेद के अनुसार खाने बनाने मे हमेशा सेंधा
नमक या काला नमक का ही प्रयोग करे !! आयोडिन युक्त नमक कभी न खाएं !!
आयुर्वेद के अनुसार सुबह का भोजन सूर्य उद्य ! होने के 2 से 3 घंटे तक कर लीजिये ! (अगर 7 बजे
आपके शहर मे सूर्य निकलता है ! तो 9 या 10 बजे तक सुबह का भोजन कर लीजिये ! इस दौरान जठर अग्नि सबसे तेज होती है ! सुबह का
खाना हमेशा भर पेट खाएं ! सुबह के खाने मे पेट से ज्यादा मन संतुष्टि होना जरूरी है ! इसलिए अपनी मनपसंद वस्तु सुबह खाएं !!
खाना खाने के तुरंत बाद ठीक 20 मिनट के लिए बायीं लेट जाएँ और अगर शरीर मे आलस्य ज्यादा है
तो 40 मिनट मिनट आराम करे ! लेकिन इससे ज्यादा नहीं !
इसी प्रकार दोपहर को खाना खाने के तुरंत बाद ठीक 20 मिनट के लिए बायीं लेट
जाएँ और अगर शरीर मे आलस्य ज्यादा है तो 40 मिनट मिनट आराम करे ! लेकिन इससे ज्यादा नहीं !
रात को खाना खाने के तुरंत बाद नहीं सोना ! रात को खाना खाने के बाद बाहर सैर करने जाएँ ! कम से कम 500 कदम सैर करे ! और रात को खाना खाने के कम स कम 2 घंटे बाद ही सोएँ !
ब्रह्मचारी है (विवाह के बंधन मे नहीं बंधे ) तो हमारे आयुर्वेद के अनुसार हमेशा सिर पूर्व दिशा की और
करके सोएँ ! ब्रह्मचारी नहीं है तो हमेशा सिर दक्षिण की तरफ करके सोएँ ! उत्तर
और पश्चिम की तरफ कभी सिर मत करके सोएँ !
मैदे से बनी चीजे पीज़ा ,बर्गर ,hotdog,पूलड़ोग , आदि न खाएं ! ये सब मेदे को
सड़ा कर बनती है !! कब्ज का बहुत बड़ा कारण है !!
हमारे प्राचिन आयुर्वेद के इन सब नियमो का भोजन अगर पूरी ईमानदारी से प्रयोग करेंगे ! 1 से 2 महीने मे ऐसा
लगेगा पूरी जिंदगी बदल गई है ! मोटापा है तो कम हो जाएगा ! hihgh
BP,cholesterol,triglycerides,सब level पर आना शुरू हो जाएगा ! HDL बढ्ने
लगेगा ! LDL ,VL DL कम होने लगेगा !! और भी बहुत से बदलाव आप देखेंगे
!!
पूरी पोस्ट पढ़ी इस लिए धन्यवाद !
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